BUDGET 2024: RELIEF TO INDIAN PROFESSIONALS WORKING IN MNCS HAVING ESOPS OF FOREIGN COMPANIES

बजट 2024: विदेशी कंपनियों के ESOPs रखने वाले भारतीय पेशेवरों को राहत

एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने बजट भाषण में घोषणा की कि विदेशी कंपनियों में काम करने वाले भारतीय पेशेवरों के लिए ब्लैक मनी एक्ट में महत्वपूर्ण संशोधन किया गया है।

संशोधन की समझ

ब्लैक मनी (अज्ञात विदेशी आय और संपत्ति) और कर अधिनियम 2015 के तहत, भारत के निवासियों को अपने आयकर रिटर्न (ITR) में विदेशी आय और संपत्तियों की घोषणा करनी होती है। इसके अवहेलने या गलत विवरण प्रदान करने पर अधिनियम के अनुच्छेद 42 और 43 में दंड लगाया जाता है।

मुख्य संशोधन:

पहलूवर्तमान प्रावधान1 अक्टूबर 2024 से प्रस्तावित संशोधन
दंड अंतरसंपत्ति मूल्य के अनुसार दंड लागू होता है।20 लाख रुपये तक (अचल संपत्ति छोड़कर) संपत्तियों के लिए दंड मुक्ति।
घोषणा आवश्यकतासभी विदेशी संपत्तियों और आय की घोषणा की जानी चाहिए।दंड मुक्ति स्पष्ट करने के लिए नीचे निर्दिष्ट अंतर्गत संपत्तियों के लिए।

ब्लैक मनी अधिनियम का पृष्ठभूमि

ब्लैक मनी एक्ट का मुख्य उद्देश्य भारतीय निवासियों द्वारा अनजाने विदेशी आय और संपत्तियों को संविदित करना है। अनुच्छेद 42 और 43 विशेष रूप से ITR में ऐसी संपत्तियों के गैर-घोषणा और अवास्तविक रिपोर्टिंग के लिए दंड लगाते हैं।

प्रभाव और लाभ

🌍 वैश्विक गतिविधि: विदेश में काम करने वाले भारतीय पेशेवरों को अक्सर विदेशी कंपनियों से ESOPs प्राप्त होते हैं। यह संशोधन 20 लाख रुपये तक की मूवेबल संपत्तियों के लिए दंड मुक्ति प्रदान करता है।

💼 संगठन सुगमता: उच्च अंतरण से निपटने के लक्ष्य के साथ, सरकार का उद्देश्य दर्शकों पर अधिकार के बोझ को कम करना है और विदेशी देशों में रखी संपत्तियों के लिए संचालन नियमों को सुधारना है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न: यह संशोधन किसके लाभदायक है?
उत्तर: विदेशी कंपनियों में काम करने वाले भारतीय निवासियों को जिन्हें पूर्व में ब्लैक मनी एक्ट के तहत दंड लगाया गया था।

प्रश्न: “मूवेबल संपत्तियाँ” में क्या शामिल होता है?
उत्तर: मूवेबल संपत्तियों में शेयर्स, सुरक्षा, ESOPs आदि शामिल होते हैं, जो विदेशी संस्थानों में रखी जाती हैं।

प्रश्न: यह संशोधन कब प्रभावी होगा?
उत्तर: यह संशोधन 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगा।

निष्कर्ष

ब्लैक मनी एक्ट के संशोधन का प्रस्ताव भारतीय पेशेवरों के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो विदेशी आय और संपत्तियों की घोषणा में अधिक संवेदनशीलता प्रदान करता है। 20 लाख रुपये तक के मूवेबल संपत्तियों के लिए दंड अनुचितता से बचाव प्रदान करने से, सरकार उपभोक्ताओं पर दबाव कम करने और आयकर नियमों के पालन में सुविधा प्रदान करने का प्रयास कर रही है।

अस्वीकरण: यह ब्लॉग ब्लैक मनी एक्ट में प्रस्तावित संशोधन के बारे में एक अवलोकन प्रदान करता है और इसके प्रभावों पर। व्यक्तिगत योग्यता और सूचना के लिए कर निर्देशकों से संपर्क करना उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है।

जागरूक रहें, सूझाव दिया गया करें, और अपनी वैश्विक वित्तीय संपत्तियों का प्रबंधन करने के लिए इस संशोधन का लाभ उठाएं!

नोट: यहां प्रस्तुत की गई जानकारी शिक्षात्मक उद्देश्यों के लिए है और कानूनी या वित्तीय सलाह नहीं है।

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